दुवा में सज़ा देने वाले तुझे सज़ा में दुवा दे रहा हूँ
हर दुवा हो पूरी तेरी, और तू दुवा में मुझे भूल जाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
हर दुवा हो पूरी तेरी, और तू दुवा में मुझे भूल जाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
आशियाने का सराब दिखा कर दश्त में छोड़ देने वाले,
तेरा आशियान हो गुलशन, जहाँसे मग़फेरत हो मेरा सफर
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
तेरा आशियान हो गुलशन, जहाँसे मग़फेरत हो मेरा सफर
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
मेरी परस्तिश को साज़िश का नाम देने वाले,
हो हर साज़िश तेरी मुकम्मल, तू चाह कर भी कभी हार ना पाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
हो हर साज़िश तेरी मुकम्मल, तू चाह कर भी कभी हार ना पाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
किसी फरेबी से सीखकर मुझसे फरेब करने वाले,
फरेब तुझसे ना कर पाए कोई, और किसीसे तू वफा कर ना पाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
फरेब तुझसे ना कर पाए कोई, और किसीसे तू वफा कर ना पाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
मेरी खताओं का इन्साफ मेरी वफाओं से करने वाले,
हो मुआफ हर खता तेरी, तू सज़ा भी मांग ना पाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
हो मुआफ हर खता तेरी, तू सज़ा भी मांग ना पाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
डूबने का शौक दिला कर मुझे, साहिल से दूर जाने वाले,
किसी किनारे पर मेरी लाश मिल ना जाए, तू कहीं डूब ना पाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
किसी किनारे पर मेरी लाश मिल ना जाए, तू कहीं डूब ना पाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
मेरी चीख पुकार सुनकर भी ना जागने वाले,
ना मैं कुछ कह सकू, ना तू कुछ सुन पाए
मैं बेजुबान हो जाऊ, और तू जाग जाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
ना मैं कुछ कह सकू, ना तू कुछ सुन पाए
मैं बेजुबान हो जाऊ, और तू जाग जाए
ये सज़ा है तेरी, ये दुवा है मेरी..
कभी मुश्ताक कभी बेज़ार रह चुके हैं दोनो,
कभी आशना थे दोनो ये भूल चुके हैं दोनो..
ना हो सामना दोनो का ऐसे और कंबख्तों से
ना तुझसा मिले मुझे और कोई, ना मुझसा कोई तुझे मिल पाए
ये सज़ा है हमारी, ये दुवा है मेरी..
कभी आशना थे दोनो ये भूल चुके हैं दोनो..
ना हो सामना दोनो का ऐसे और कंबख्तों से
ना तुझसा मिले मुझे और कोई, ना मुझसा कोई तुझे मिल पाए
ये सज़ा है हमारी, ये दुवा है मेरी..